इस्लाम धर्म को लेकर कई धारणाएं बन चुकी हैं कुरान के अवतरित होने से पहले विवाह की सीमा तय नहीं थी कुरान में निकाह के जरिए शादी का महत्व बताया गया है इस्लाम कुछ परिस्थितियों में चार शादी की इजाज़त देता है कुरान में बहु-विवाह को लेकर कुछ बातें स्पष्ट बताई गई हैं इसके मुताबिक अगर आप सबके साथ न्याय नहीं कर सकते तो एक निकाह करो चार शादी का एक कारण विधवा औरतों का मार्गदर्शन बताया जाता है चार शादी की अनुमति केवल पुरुषों को दी गई है इस्लाम चार शादी सिर्फ नियम से करने की अनुमति देता है अवैध तरीके से किया गया निकाह मान्य नहीं है और इसके लिए सजा भी बताई गई है