1960 और 70 के दशक में अपोलो मिशन पर अंतरिक्ष यात्री चांद पर गए थे

इन यात्रियों की आपने कुछ तस्वीरें भी देखी होंगी

उन तस्वीरों में वे चांद की सतह पर छलांगते हुए दिखते हैं

वहां उन्‍हें अपना वजन बहुत कम लगता है

ऐसा क्यों होता था

क्योंकि चंद्रमा के द्रव्यमान का वजन कम होता है

धरती के मुकाबले यहां गुरुत्वाकर्षण का बल कम होता है

इस वजह से वहां चलने के बजाय कूदना आसान होता है

ऐसे वे लंबी छलांग लगाकर एक जगह से दूसरी पर पहुंच जाते थे

वैज्ञानिकों के अनुसार, चांद पर वजन करीब 6 गुना कम महसूस होता है