हिंदू धर्म में महिलाएं अपने पति की लम्बी आयु के लिए वट सावित्री व्रत करती है क्योंकि हिंदू पुराण के अनुसार इस दिन सावित्री अपने पति सत्यवान के प्राण यमराज से छीन लाई थी. इसलिए हर साल विवाहित स्त्रियां ज्येष्ठ माह की कृष्ण पक्ष की पूर्णिमा के दिन इस व्रत को करती है. तो आइए जानते हैं इस व्रत को कैसे किया जाता है इस व्रत को 2024 में 6 जून को रखा जाएगा. सुबह उठकर स्नान करके व्रत का संकल्प लें. यमराज को प्रसाद के रूप में गिला काला चना चढ़ाएं. इसके बाद अपना सोलह श्रृंगार करके सप्धान को एक टोकरी में बरगद पेड़ के नीचे रखें साथ ही दूसरी टोकरी में सावित्री और सत्यवान की तस्वीर रखें. फिर दूध और जल, अक्षत, सिन्दूर, मिठाई और घी का दीप जलाएं. 108 बार रक्षा सूत्र को वट वृक्ष के लपेठते हुए 7 या 11 बार परिक्रमा करें. सावित्री कथा सुनने के बाद सुहाग की सामग्री महिलाओं को दान करें.