मध्य प्रदेश के इतिहास में डाकू गब्बर सिंह का आतंक आज भी याद किया जाता है

इस डाकू का जन्म 1926 में भिंड जिले के डांग गांव में हुआ था

चंबल का डाकू गब्बर सिंह एक गरीब परिवार में जन्मा था

इसको गबरा के नाम से भी जाना जाता है

शोले फिल्म में दिखाए गब्बर का किरदार एक असली किरदार पर आधारित मूवी है

इस डाकू ने एक दशक तक चंबल में राज किया था

डाकू बनने से पहले यह एक साधारण युवक हुआ करता था

गब्बर ने 1955 के आसपास अपना घर गांव छोड़ दिया

उस वक्त वह चर्चित डाकू कल्याण सिंह गूजर के गैंग में शामिल हो गया था

गब्बर के आतंक से देश के पूर्व पीएम नेहरू भी थे परेशान

लोगों के नाक कान काट लेता था गब्बर

चंबल में उसके नाम की तूती बोलती थी

पुलिस ने डाकू गब्बर सिंह के सिर के ऊपर 50 हजार का नगद इनाम रखा था