अकबर मुगल सल्तनत का तीसरा बादशाह था उसके शासन में मुगल साम्राज्य खूब तरक्की किया अकबर सभी धर्मों का सम्मान करता था वह सभी धर्मों के धार्मिक विद्वानों के साथ धर्म पर चर्चा करने के लिए.. फतेहपुर सीकरी में इबादत खाना की स्थापना की अकबर ने दीन-ए-इलाही नामक नए धर्म की स्थापना की थी अकबर इसको तौहीद-ए-इलाही कहता था अकबर के बनाए इबादत खाने में कोई धार्मिक मूर्तियां नहीं थी यह सभी के लिए खुला था यहां किसी भी धर्म के लोग जाकर इबादत कर सकते थे अकबर ने इस इबादत खाने का निर्माण 1557 में करवाया था