हर किसी के नाम से होती है उसकी पहचान



मेघालय के कोंगथोंग गांव में नहीं हैं किसी के नाम



मेघालय की राजधानी शिलांग से लगभग 60 किमी दूर है गांव



'व्हिसलिंग विलेज' के नाम से भी जाना जाता है ये गांव



एक-दूसरे को पुकारने के लिए नामों नहीं एक विशेष धुन का होता है इस्तेमाल



लोग संदेश पहुंचाने के लिए सीटी बजाकर करते हैं इशारा



ग्रामीणों की इस धुन को कहा जाता है जिंगरवाई लवबी



जिंगरवाई लवबी का अर्थ है 'मां का प्रेम गीत'



गांव वालों के होते हैं दो नाम



एक सामान्य नाम और दूसरा गाने का नाम



गाने के भी होते हैं दो वर्जन



एक लंबा गाना और दूसरा छोटा गाना



छोटा गाना आम तौर पर घर में किया जाता है इस्तेमाल



बच्चों के जन्म के बाद मां बनाती है धुन



व्यक्ति के मरने के साथ धुन भी हो जाती है खत्म