अकबर के जन्म को लेकर एक काफी दिलचस्प कहानी है. आइए आपको सुनाते हैं



इस कहानी का जिक्र मुगल शासक बाबर की बेटी गुलबदन बानो ने अपनी किताब हुमायूंनामा में किया है



गुलबदन बानो हुमांयू की सौतेली बहन थीं. वह कहती हैं कि अकबर के जन्म की भविष्यवाणी एक फकीर ने हुमायूं के सपने में आकर की थी



एक रात को एक फकीर हुमायूं के सपने में आया और कहा, 'मैं अहमद हूं, रंज मत करो. कुछ दिनों बाद खुदा तुम्हें एक बेटा देगा'



फकीर ने आगे यह भी हुमांयू से कहा कि तुम बेटे का नाम जलालुद्दीन अकबर रखोगे



फकीर की यह भविष्यवाणी एकमद सच साबित हुई और इसके दो साल बाद ही अकबर का जन्म हो गया



हुमायूं को अकबर के जन्म की भविष्यवाणी का सपना तब आया जब वो अपने हाथों से पूरा हिंदुस्तान खो बैठे



उस समय शेरशाह ने पूरे हिंदुस्तान पर अपना कब्जा जमा रखा था



हुमायूं ने पत्र लिखकर लोहौर मांगा, लेकिन शेरशाह ने ठुकरा दिया



शेरशाह ने पत्र के जवाब में हुमायूं को काबुल जाकर रहने की बात कह दी