जौनपुर की अटाला मस्जिद को अटावा देवी मंदिर बताते हुए पूजा के अधिकार के लिए एक वाद दाखिल हुआ है



सिविल न्यायालय सीनियर डिवीजन कोर्ट में मंगलवार (20 अगस्त, 2024) को इस पर सुनवाई हुई



अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने कहा कि इस मंदिर को कन्नौज के राजा जयचंद्र राठोर ने बनवाया था. इस मस्जिद की दीवारों पर जो चिन्ह हैं वो हिंदू संस्कृति से जुड़े हुए हैं



अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने बताया कि कोर्ट में उन्होंने एएसआई के हवाले से कई तर्क रखे हैं. पुराने रिकॅार्ड में इसकी दिवारों पर गुड़हल के फूल, स्वस्तिक, हवन कुंड और शंख के निशान बने हुए हैं



उन्होंने कहा कि ऐसे निशानों का और मस्जिद का जो स्ट्रक्चर बना हुआ है उसका इस्लाम से कोई लेना देना नहीं है



उन्होंने मीडिया से बातचीत में बताया कि इस मस्जिद को अटाला देवी मंदिर के फाउनडेशन पर बनाया गया है, इस बात को अलेक्जेंडर कनिंघम ने भी कंफर्म किया है.



उन्होंने यह भी कहा है कि कन्नौज की दूसरी राजधानी काशी थी और उसका एडमिनिसट्रेटिव केंद्र जौनपुर था



अधिवक्ता अजय प्रताप सिंह ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि कोर्ट ने स्वतंत्र संज्ञान लेते हुए इस मुद्दे को मिसलेनियस में दर्ज किया है



उन्होंने आगे कहा कि कोर्ट ने अभी इसको लेकर कोई नोटिस जारी नहीं किया है



कोर्ट ने इस मुद्दे पर सुनवाई की अगली तारीख 2 सितंबर की दी है