मुगल शब्द मंगोलों से ही निकला है और मुगल मंगोलों को अपना पूर्वज मानते थे, तो फिर मंगोलों से औरंगजेब की लड़ाई क्यों हुई? यह जंग 1679 में लड़ी गई. मुगल इतिहासकार बताते हैं कि लद्दाख के राजा गोल्पियो नामग्याल ने मंगोलों से लड़ने के लिए औरंगजेब से मदद मांगी थी लेह से कारगिल की ओर जाने वाले रास्ते पर बाजगो नाम का गांव है. यहां मौजूद बौद्धों के प्राचीन किले को मंगोलों ने घेर लिया था तब गोप्लियो नामग्याल की मदद के लिए मुगल शासक औरंगजेब ने दो शर्तें रखीं- पशमीना व्यापार में हिस्सा और राजा को इस्लाम कबूल करना होगा मुगल फौज जोजिला दर्रे को पार करके लद्दाख पहुंच गई और फिर सिंधु नदी पार करके मुगल सैनिक बाजगो पहुंच गए बाजगो के पास जागरियाल मैदान में मंगोलों और मुगलों की जंग हुई ताकतवर मुगल फौज के सामने मंगोलों को मैदान छोड़कर भागना पड़ा. हालांकि, मुगलों ने उनका पीछा नहीं छोड़ा मंगोलों का पीछा करते हुए मुगल फौज स्पितुक नाम की जगह पहुंच गई और यहां फिर से दोनों सेनाओं का आमना-सामना हुआ इस बार भी मंगोलों की पहले जैसी ही हालत हुई और मुगल फौज ने उन्हें भगाते हुए पैंगोंग लेक से पीछे भगा दिया इसके बाद मुगल फौज लद्दाख के राजा के पास पहुंची और शर्त के अनुसार पशमीना व्यापार में हिस्सा मांगा. मुगल इतिहासकार बताते हैं कि यह शर्त पूरी भी की गई