राजगद्दी के लिए भाई शाह शुजा से लड़ाई में औरंगजेब का युद्ध के मैदान में एक पागल हाथी से सामना हुआ था
ये बात है 5 जनवरी साल 1669 की, जब सुबह 8 बजे से जंग शुरु होने वाली थी
औरंगजेब ने अपनी सेना को डिवाइड करते हुए 10 हजार सैनिकों को आगे बढ़ाया जिनमें हाथी और घुड़सवार शामिल थे और खुद 20 हजार सैनिकों का नेतृत्व कर रहा था
शाह शुजा ने भी अपनी सेना को जंग के लिए भागों में बांट दिया.
जंग शुरू हो चुकी थी दोनों योद्धाओं की तरफ से बंदूकें और तोपें चलना शुरू हो गए थे
जंग के बीच में शुजा का एक हाथी जख्मी होने की वजह से और भी ज्यादा ख़ूंख़ार हो गया था
इसके चलते उस हाथी ने सैनिकों द्वारा बनाए गए सेंटर फॅार्मेशन को तोड़ते हुए औरंगजेब पर हमला कर दिया
औरंगजेब ने हार नहीं मानी और डटकर उस पागल हाथी का सामना किया
युद्ध के मैदान में औरंगजेब जिस हाथी सवार पर था इसके पैरों को उसने लोहे की जंजीरों से बंधवा दिया ताकि वो इधर-इधर ना भाग सके और शुजा के हाथी का सामना किया जा सके
औरंगजेब के सैनिकों ने शुजा के हाथी पैर में तीर मारा और उसके महावत को भी मार गिराया