बकरीद पर मध्य प्रदेश के भोपाल में रविवार (16 जून, 2024) को कुर्बानी के लिए साढ़े सात लाख रुपये का बकरा बेचा गया



सैयद शाहब अली ने बताया कि उन्होंने 50 हजार से साढ़े सात लाख तक के बकरे बेचे हैं



इस सबसे महंगे बकरे का नाम रफ्तार है. शाहाब अली का कहना है कि यह देश के सबसे आक्रामक बकरों में से है



रफ्तार का वजन 155 किलो है. इसी तरह सैयद ने कुर्बानी के लिए चार लाख रुपये का भी बकरा बेचा है



इस बकरे का नाम शान-ए-भोपाल है



बकरीद के दिन मुसलमान बकरे की कुर्बानी देते हैं और इस दौरान बकरों की कीमत बहुत ज्यादा बढ़ जाती है



इस्लाम में कुर्बानी का बहुत बड़ा महत्व बताया गया है



ईद-उल-अजहा हजरत इब्राहिम की कुर्बानी की याद में मनाई जाती है



इस्लाम में हलाल से कमाए गए पैसों से ही कुर्बानी जायज बताई गई है



कुर्बानी के गोश्त के तीन हिस्से होते हैं, एक गरीबों के लिए, दूसरा दोस्तों-रिश्तेदारों और तीसरा हिस्सा अपने घर के लिए होता है