बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद शेख हसीना प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत आ गई हैं. वह किस देश में पनाह लेंगी, इसे लेकर कई मुल्कों पर अटकलें चल रही हैं



इस बीच जानते हैं कि बांग्लादेश के स्कूलों में बच्चों को भारत के बारे में क्या पढ़ाया जाता है



1971 की बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई में भारत के योगदान और महात्मा गांधी को लेकर वहां की किताबों में अच्छी बातें लिखी गई हैं



द लल्लनटॉप की रिपोर्ट के अनुसार नौवीं और दसवीं क्लास की किताब में लिखा है कि आजादी के युद्ध में भारतीय सेना ने बांग्लादेश का मित्र बनकर साथ दिया और बच्चों को भी यही इतिहास पढ़ाया जाता है



इसमें लिखा है कि पाकिस्तान की फौज को हराने में भारतीय सेना का योगदान भुलाया नहीं जा सकता



लड़ाई के बारे में आगे लिखा गया कि बांग्लादेश को आजाद कराने में तीन हजार भारतीय जवानों ने अपनी जान गंवा दी थी



बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, महात्मा गांधी के बारे में बताया जाता है कि जब नोआखली शहर में हिंदुओं को निशाना बनाया गया था तो गांधी जी ने गांव-गांव घूमकर लोगों को शांत करवाया था



यह बात उस समय की है जब भारत के बंटवारे से कुछ समय पहले बंगाल में दंगा फैल गया था



उस वक्त नोआखली भारत का ही हिस्सा था, लेकिन अब बांग्लादेश का एक उपजिला बन गया है



बांग्लादेश की किसी भी किताब में भारत से जुड़े इतिहास से कोई छेड़खानी नहीं की गई है, जैसा कि पाकिस्तानी किताबों में किया गया है