क्या सिंधिया के पास है वो चमत्कारी शिवलिंग, जिसने अब्दाली से जंग में बचाई पूर्वज की जान एक इंटरव्यू के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने पूर्वजों के बारे में बताया ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि पानीपत की तीसरी लड़ाई के दौरान उनके 16 पूर्वजों के सिर काट दिए गए 14 जनवरी 1761 को पानीपत की तीसरी लड़ाई के दौरान उनके एक पूर्वज जिंदा बच गए थे इन पूर्वज का नाम महादजी शिंदे था, जिनका पैर कट गया था और जो रणभूमि में गिरे हुए पड़े थे सिंधिया बताते हैं कि महादजी शिंदे की पगड़ी में शिवलिंग था, इसलिए वो बच गए थे सिंधिया के मुताबिक, 10 सालों के अंदर महादजी शिंदे ने दोबारा मराठा साम्राज्य को खड़ा किया इंटरव्यू के दौरान सिंधिया ने उस छोटे शिवलिंग के मौजूद होने की बात भी कही पानीपत की तीसरी लड़ाई यह युद्ध अफगान आक्रमणकारी अहमद शाह अब्दाली और सदाशिराव भाऊ के बीच लड़ा गया था 18वीं सदी में हुए युद्धों में इसे सबसे बड़ा युद्ध माना जाता है