कोरोना महामारी के बाद से दिल्ली में जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है



सरकार हर साल जन्म और मृत्यु पंजीकरण की एक रिपोर्ट तैयार करवाती है. आइए जानते हैं उस रिपोर्ट में बच्चों के जन्म को लेकर क्या आंकड़े दिए गए है



उस रिपोर्ट के मुताबिक, कोविड के बाद 2020 में 1 हजार की जनसंख्या पर सिर्फ 14.85 फीसदी बच्चों का जन्म हुआ



कोरोना महामारी से पहले प्रति एक हजार की जनसंख्या पर 18.35 फीसदी बच्चे जन्म लेते थे



इन आंकड़ों से पता चलता है कि बच्चों की जन्म दर में साढ़े तीन फीसदी की गिरावट आई है



2021 में एक हजार की आबादी पर 13.13 फीसदी बच्चों ने जन्म लिया, 2022 में 14.24 और 2023 में 14.66 बच्चों का जन्म हुआ



वार्षिक रिपोर्ट 2023 के अनुसार, जन्म लेने वाले बच्चों की कुल संख्या तीन लाख एक हजार 168 थी



इनमें से 1 लाख 94 हजार 428 यानी 64.56 फीसदी बच्चों ने सरकारी अस्पतालों में जन्म लिया. 35.44 बच्चों का जन्म गैर- सरकारी हॅास्पिटल में हुआ



साल 2013 में हर रोज अस्पतालों में 825 बच्चे जन्म लेते थे



जन्म लेने वाले बच्चों में से एक लाख 43 हजार 891 यानी 47.78 फीसदी लड़कियां थीं