लोकसभा चुनाव में अब बस थोड़ा ही समय बाकी रह गया है. इस बीच गुजरात का जामनगर शहर काफी चर्चाओं में है



बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के बेटे के प्री वेडिंग सेलिब्रेशन के बाद शहर की खूबसूरती और तीर्थ स्थलों की काफी चर्चा हो रही है. आइए आज जामनगर के जातीय समीकरण पर नजर डालते हैं



जामनगर की सियासत में पटेल और मुस्लिम मतदाता अहम भूमिका निभाते हैं क्योंकि यहां सबसे ज्यादा आबादी इन दो समुदायों की ही है



जामनगर में सबसे ज्यादा संख्या पटेल मतदाताओं की है और इसके बाद मुस्लिम वोटर्स हैं



साल 2018 की वोटर लिस्ट के मुताबिक, जामनगर में कुल 16,14,320 वोटर हैं. इनमें मुस्लिम वोटरों की संख्या 1.80 लाख है और पटेल वोटरों की संख्या 2.50 लाख के आसपास है



अभी यह सीट भारतीय जनता पार्टी (BJP) के पास है और पूनम बेन माडम यहां से सांसद हैं



पूनम बेन माडम लगातार दो बार से जामनगर की एमपी हैं. 2014 में उन्होंने यह सीट जीती थी



जामनगर लोकसभा सीट पर पहली बार साल 1962 में चुनाव हुआ था, जिसमें कांग्रेस पार्टी के मनुभाई शाह ने जीत हासिल की थी



जामनगर के अंतर्गत 7 विधानसभा सीटें हैं, इनमें कालावड, जामनगर दक्षिण, जामनगर ग्रामीण, जामनगर उत्तर, द्वारका, जामजोधपुर और खंभालिया शामिल हैं



जामनगर में 55.06 फीसदी शहरी, 44.94 फीसदी ग्रामीण, 8.03 फीसदी अनुसूचित जाति और 8.03 अनुसूचित जनजातियों की आबादी है