भारत में 2011 के बाद से जनगणना नहीं हुई है, लेकिन पिछले आंकड़ों के हिसाब से देश में हिंदू-मुस्लिम आबादी का अंदाजा लगाया जाता है



कई ऐसी भी रिपोर्ट्स सामने आई हैं, जो कहती हैं कि मुस्लिमों की आबादी जिस रफ्तार से बढ़ रही है कुछ सालों में वह हिंदुओं से ज्यादा हो सकती है



इस पर परिवार कल्याण की राष्ट्रीय कमेटी के पूर्व चेयरमैन देवेंद्र कोठारी का कहना है कि ऐसा होना मुश्किल ही, नहीं न के बराबर है



देवेंद्र कोठारी के मुताबिक, अगले 150 साल यानी 2170 तक भी भारत में मुसलमानों की आबाद हिंदुओं से ज्यादा नहीं हो सकती



देवेंद्र कोठारी ने कहा कि अगर 150 सालों तक हिंदू बच्चे पैदा न करें और मुस्लिम करते रहें तब भी मुस्लिम बहुसंख्यक नहीं हो सकते



देवेंद्र कोठारी के अनुसार, अगर 2170 तक हिंदू पूरी तरह से बच्चे पैदा करना बंद कर दें तो भी मुसलमानों की आबादी ज्यादा होना मुमकिन नहीं है



देवेंद्र कोठारी ने यह भी कहा कि देश में मुस्लिम बहुसंख्यक तभी हो सकते हैं, अगर हिंदू बच्चे पैदा करना बिल्कुल ही बंद कर दें और मुस्लिम करते रहें



देवेंद्र कोठारी ने कहा कि ऐसा संभव नहीं है कि हिंदू बच्चे पैदा ही न करें इसलिए मुस्लिम देश में बहुसंख्यक नहीं हो सकते



साथ ही उन्होंने कहा कि अगली जनगणना में हिंदुओं की आबादी में थोड़ी वृद्धि होगी



हिंदुओं की आबादी जो साल 2011 की जनगणना में 79.8 फीसदी थी वो बढ़कर 80.3 फीसदी हो जाएगी और मुसलमानों की वृद्धि दर में कमी आएगी