भारत की बहुत सी नायाब और किमती चीजों को चुराकर अंग्रेजों ने ब्रिटेन के 'ब्रिटिश म्यूजियम' और 'विक्टोरिया एंज अल्बर्ट म्यूजियम' में रखा है
सिंधू घाटी सभ्यता के अवशेष और प्राचीन तक्षशिला में तांबे की पट्टी पर खरोष्ठी लिपि में लिखे शिलालेख को अंग्रेज भारत से चुराकर ब्रिटेन ले गए
अंग्रेजों की भारत से चुराई गई चीजों में आंध्र प्रदेश के अमरावती स्तूप के हिस्से और बोधिसत्व अवलोकितेश्र्वर की ताज वाली मूर्ति भी शामिल है. इस मूर्ती को 12वीं सताब्दी में बनाया गया था
ब्रिटेन के म्यूजियम में ओडिशा से लाई गई जैन धर्म के दो तीर्थांकर ऋषभ नाथ और भगवान महावीर की मूर्तियां भी हैं
विक्टोरिया एंड अल्बर्ट म्यूजियम में 500 ईसा पूर्व से लेकर 19वीं शताब्दी के बीच की कई धार्मिक कलाकृतियां रखी हैं
यहां मराठा और मुगल साम्राज्य से जुड़ी चीजें और उस समय के रुबी, जेवर नगीने, हीरे-मोतीयों के अलावा राजा-महाराजाओं के सोने के चम्मच भी मौजूद है
उस समय भारत में टेक्सटाइल पैटर्न बहुत कीमती और सुंदर हुआ करते थे, जिन्हें चुराकर अंग्रेजों ने ब्रिटिश म्यूजियम को सजाया है
ब्रिटेन के इस म्यूजियम में लियोनार्दो की लगभग 400 करोड़ की किमती किताब 'कोडेक्स फोस्टर' भी रखी है
ब्रिटिश सरकार का कहना है कि उन्होंने ऐसा इसलिए किया ताकि इतिहास को लंबे समय तक संभाल के रखा जा सके