भारत के बंटवारे का आइडिया 2 जून 1947 को पेश किया गया था और इसकी मंजूरी ब्रिटेन के पीएम क्लेमेंट एटली ने दी थी



सबसे पहले चौधरी रहमत अली ने बंटवारे का कॉन्सेप्ट दिया, लेकिन वह इस नये पाकिस्तान से खुश नहीं थे इसलिए वह मोहम्मद अली जिन्ना पर बयानबाजी भी करते थे



संपत्ति जब्त करके उन्हें पाकिस्तान से निकल दिया गया. फिर लंदन में उनकी मौत हुई तो चंदा इकट्ठा करके दफनाया गया. रहमत अली ने अलग मुल्क का आइडिया जिन्ना के सामने पेश किया था और फिर उन्होंने इसे आगे बढ़ाया



मोहम्मद अली जिन्ना की बहन फातिमा ने लिखा है, ‘जिन्ना की मौत टीबी और निमोनिया से हुई थी. बंटवारे से पहले ही जिन्ना को टीबी हो गया था. उस समय वो क्वेटा में थे’



आजादी के एक साल बाद गर्वनर जनरल हाउस में बीमारी की वजह से अली जिन्ना ने अपना दम तोड़ दिया



उनकी इच्छा थी कि वह अपनी अंतिम सांस कराची में लें. क्वेटा से कराची के सफर में जिन्ना काफी तड़पे थे



बंटवारे के बाद लियाकत अली पाकिस्तान के पहले पीएम बने. 16 अक्टूबर, 1951 को रावलपिंडी के ईस्ट इंडिया कंपनी गार्डन में मुस्लिम सिटी लीग की बैठक में भाग लेने गए



जब उन्होंने पहला शब्द ' बिरादरान-ए-इस्लाम' बोला तभी सभा में बैठे हुए एक लड़के ने उन पर गोलियां बरसा दीं



वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन की मौत एक बम ब्लास्ट में हुई थी. 27 अगस्त, 1979 को वह अपने परिवार के साथ आयरलैंड में काउंटी स्लिगो घूमने गए थे



यात्रा के समय उनकी बोट आगे बढ़ी और 15 मिनट के बाद बम ब्लास्ट हो गया. माउंटबेटन के साथ सभी यात्रियों की बेरहमी से मौत हो गई