अमेरिका के राष्ट्रीय गान में रॉकेट्स का जिक्र है. ये वही रॉकेट हैं, जो हिंदुस्तान के टीपू सुल्तान ने बनाए थे और अंग्रेजों ने यूएस के किले पर दागे थे



साल 1812 में अमेरिका और अंग्रेजों के बीच युद्ध हुआ था, जिसमें ब्रिटिशर्स ने अमेरिका के मैकहेनरी फोर्ट पर रॉकेट दागे थे



रॉय पॉर्टर की दी कैम्ब्रिज हिस्ट्री ऑफ साइंस किताब के मुताबिक, रॉकेट्स का प्रयोग सबसे पहले भारत के मैसूर राज्य में हुआ था



उस समय मैसूर में टीपू सुल्तान का शासन था



एपीजे अब्दुल कलाम ने अपनी ओटोबायोग्राफी विंग्स ऑफ फायर में भी टीपू सुल्तान और उनके रॉकेट्स का जिक्र किया है



मैसूर और अंग्रेजों के बीच कुल चार युद्ध हुए जिनमें इन रॉकेट्स का इस्तेमाल किया गया



चार में से तीन युद्ध में मैसूर की जीत हुई लेकिन चौथे युद्ध में मैसूर की सेना अंग्रेजों से हार गई



चौथे युद्ध में मैसूर की हार के बाद अंग्रेजों ने इन सभी हथियारों को जब्त कर लिया



600 लॉन्चर, 700 बारुद भरे रॉकेट और 9 हजार खाली रॉकेट पर अंग्रेजों ने कब्जा कर लिया था



रॉकेट का इनवेंटर चीन को माना जाता है लेकिन ये रॉकेट ज्यादा ताकतवर नहीं थे. इन्हें युद्ध में केवल घोड़ो को डराने के लिए प्रयोग किया जाता था