विपक्ष का नेता या नेता प्रतिपक्ष या लीडर ऑफ ऑपोजिशन के लिए इस बार कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का नाम सबसे आगे है



नेता प्रतिपक्ष का पद एक कैबिनेट मिनिस्टर के जितनी पावर रखता है. आइए जानते हैं, उन्हें कितनी सैलरी और अलाउंसेज मिलते हैं



विपक्ष के नेता को केंद्रीय मंत्री के बराबर वेतन, भत्ते व अन्य सुविधाएं दी जाती हैं



उन्हें हर महीने 3,30,000 रुपये सैलरी मिलती है



नेता प्रतिपक्ष को बंगला और ड्राइवर के साथ एक कार दी जाती है



विपक्ष के नेता के पद पर नियुक्त व्यक्ति को 14 लोगों का वर्किंग स्टाफ भी दिया जाता है



साल 1952 में नेता प्रतिपक्ष पद बनाए जाने का नियम आया था और 1977 में उनके वेतन भत्ते के लिए कानून बनाया गया



नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए पार्टी को देशभर की 543 लोकसभा सीटों में से 10 फीसदी सीटें जीतना जरूरी होता है यानी 54 सीट



10 साल से यह पद इसीलिए खाली था क्योंकि कांग्रेस ने 2014 में 44 और 2019 में 52 सीटें जीतीं. इस बार पार्टी के पास 99 सीट आई हैं



विपक्ष का नेता कई अहम समितियों का सदस्य होता है और ED,CBI जैसी सेंट्रल एजेंसियों के प्रमुखों की नियुक्ति के लिए सेलेक्शन कमेटी में भी शामिल होता है