मध्य प्रदेश के बुरहानपुर से 20 किलोमीटर की दूरी पर बना है असीरगढ़ का भूतिया किला.



कहां जाता है कि महाभारत काल के अश्‍वत्‍थामा का असीरगढ़ के किले से खास रिश्ता है.



असीरगढ़ का किला सतपुड़ा की पहाड़ी पर बना है, जिसके आस-पास न तो जंगल है, न तो अंदर जाने का रास्ता दिखाई देता है और न ही बाहर निकलने का.



असीरगढ़ के किले के आस पास सपाट मैदान है, जहां कोई छिप भी नहीं सकता. इस किले को गिराने के लिए अकबर ने सैनिक भेजे थे.



अकबर के सैनिक 11 महीनों तक किले के बाहर खड़े रहे थे, लेकिन कुछ हाथ नहीं लगा था.



अब आप सोच रहे होंगे कि इस किले का महाभारत काल के अश्वत्थामा से संबंध कैसे हो सकता है. सबसे पहले आपको जानना होगा कि ये किला भूतिया है. यहां की कई डरावनी कहानियां सुनने को मिलती है.



यहां के स्थानीय लोगों का कहना है कि किले के पास एक शिव भगवान का मंदिर है, जहां पर रोज अश्वत्थामा पूजा करने आते हैं.



शिवलिंग पर अश्वत्थामा पूजा करने आते हैं या नहीं ये तो पता नहीं, लेकिन मंदिर में फूल चढ़े मिलते हैं.



असीरगढ़ और अश्वत्थामा का रिश्ता ऐतिहासिक दस्तावेजों (आइन-ए-अकबरी) में दर्ज है.



पहले ये इलाका पूरी तरह से वीरान हुआ करता था, बस कुछ लोग ही यहां रहा करते थे. ये जगह लोगों की पूजा की जगह हुआ करती थी.