हिंदुस्तान 15 अगस्त, 1947 को आजाद हुआ और इसके साथ ही दो अलग-अलग मुल्कों में बंट गया. लाखों लोग भारत से पाकिस्तान गए और इसी तरह वहां से लाखों की आबादी यहां आई



आइए जानते हैं कि भारत में उस समय कितने मुसलमान रहते थे



बंटवारे के दौरान बड़ी तादाद में मुस्लिम लोग पाकिस्तान गए, लेकिन करोड़ों मुस्लिम ऐसे भी थे जिन्होंने भारत में ही रहने का फैसला किया



Frontline के आर्टिकल के मुताबिक, साल 1951 में लगभग 3 करोड़ 50 लाख मुसलमानों ने भारत में रहने का फैसला किया था



यह आंकड़ा भारत की कुल आबादी का 9.8 फीसदी था



उस दौरान देश की कुल आबादी लगभग 36 करोड़ 10 लाख थी, जिनमें से तीन करोड़ 50 लाख मुस्लिम थे



भारत के आजाद होने के बाद से देश में मुसलमानों की आबादी बढ़ती चली गई



साल 1977 में भारत की कुल जनसंख्या में से मुसलमानों की आबादी 11.4 फीसदी हो गई



अब भारत को आजाद हुए 78 साल हो गए हैं



साल 2011 की जनगणना के आंकड़े बताते हैं कि भारत में मुसलमानों की जनसंख्या लगभग 17 करोड़ 22 लाख है