नासा के एक मिशन की वजह से पृथ्वी पर टूटते तारों की बारिश होगी

Published by: एबीपी लाइव डेस्क
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मानवीय उल्का बारिश

ऐसा माना जा रहा है कि यह पहली मानवीय उल्का वर्षा होगी. आइए जानते हैं कि ये कैस होगी

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अंतरिक्ष यान का क्रैश

वैज्ञानिकों की एक स्टडी से पता चला है कि 26 सितंबर, 2022 को नासा ने डबल ऐस्टेरॅायड रिडायरेक्शन टेस्ट (DART) अंतरिक्ष यान को जानबूझकर ऐस्टेरॅायड डिमोर्फोस से टकराया था

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पृथ्वी की तरफ बढ़ रहे एस्टेरॉयड

नासा का कहना है कि अब ये एस्टेरॉयड पृथ्वी और मंगल ग्रह की ओर आगे बढ़ रहे हैं

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ऐस्टेरॅायड के टुकड़े

इस मिशन की वजह से ऐस्टेरॅायड के छोटे-छोटे टुकड़े धरती पर गिरेंगे. हालांकि, इससे किसी के जीवन को कोई खतरा नहीं होगा

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तारों की बारिश

नासा का अनुमान है कि अगले दस सालों में धरती पर टूटते तारों की बारिश हो सकती है

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सोची समझी क्रैश

नासा ने यह क्रैश जानबूझकर करवाया था, ताकि खतरनाक ऐस्टेरॅायड का रास्ता मोड़कर धरती को बचाया जा सके

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मिशन सक्सेसफुल

अंतरिक्ष यान ऐस्टेरॅायड के ठीक बीच में टकराया था. इस मिशन में नासा को सफलता भी मिली

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स्पीड

इस मिशन के तहत DART की स्पीड लगभग 24 हजार किलोमीटर प्रति घंटा थी

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महाविनाश की दूरी

यह महाविनाश धरती से लगभग एक सौ दस लाख किलोमीटर से भी ज्यादा की दूरी पर हुआ था

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