नॉर्थ कोरिया के प्रमुख किम जोंग उन किसी धर्म को नहीं मानते, वो एक नास्तिक हैं



नॉर्थ कोरिया का भी कोई आधिकारिक धर्म नहीं है. पूर्वी एशिया के इस देश में ईसाई, मुस्लिम और बौद्ध तो रहते हैं, लेकिन इनकी आबादी काफी कम है



मुस्लिमों की बात करें तो प्यू रिसर्च के अनुसार उत्तर कोरिया में साल 2010 में मुस्लिमों की जितनी आबादी थी, 2030 में भी उतनी ही रहेगी



रिपोर्ट में दी हुई जानकारी के मुताबिक 2010 में नॉर्थ कोरिया में 3000 मुसलमान थे, जो कुल आबादी का 0.1 फीसदी से भी कम है



रिपोर्ट के अनुसार 2030 में मुस्लिम जनसंख्या में कोई बदलाव नहीं होगा, 2030 में भी नॉर्थ कोरिया में मुसलमानों की संख्या तीन हजार ही रहेगी



नॉर्थ कोरिया में तीन क्रिश्चन चर्च और प्योंगयांग में एक मस्जिद है



ईसाइयों के लिए नॉर्थ कोरिया सबसे बुरी जगह मानी जाती है, 2016 से यहां क्रिसमस मनाने पर रोक है



2010 में उत्तर कोरिया में ईसाइयों की आबादी चार लाख 80 हजार थी



2030 देश में ईसाइयों की आबादी पांच लाख 20 हजार होने का अनुमान है



2010 मेंं नॉर्थ कोरिया में बौद्धों धर्म को मानने वालों की आबादी 3.7 लाख थी और 2030 तक यह आंकड़ा 3 लाख 23 हजार होने का अनुमान है