रमजान में जकात देना क्यों होता है जरूरी?



रमजान इस्लामिक कैलेंडर का नौंवा महीना होता है, जिसे पवित्र महीना कहा जाता है



इस साल 10 मार्च, 2024 की शाम से रमजान शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है



इसके बाद पहला रोजा 11 मार्च को तो आखिरी रोजा 9 अप्रैल को होने की संभावना है



रमजान के महीने में इस्लाम धर्म को मानने वाले लोग रोजा रखते हैं



रोजा रखने के साथ ही अल्लाह की इबादत की जाती है और अन्न-जल त्यागना होता है



रोजा और इबादत के साथ ही इस महीने जरूरतमंद लोगों को जकात भी दी जाती है



जकात इस्लाम के 5 स्तंभों में से एक है, जिसमें किसी की मदद के रूप में दान करना होता है



जकात पैसे और संपत्ति के हिसाब से दी जाती है, जो कि हैसियतमंद मुसलमान के लिए जरूरी है



जकात एक तरह से जान और माल का सदका होता है, जो गरीबों की मदद के लिए निकाली जाती है