वैष्णो देवी मंदिर जा रही श्रद्धालुओं से भरी बस पर रविवार (9 जून, 2024) को रियासी जिले में आतंकी हमला हुआ, जिसमें ड्राइवर समेत 10 लोगों की मौत हो गई



हादसे को लेकर सबसे बड़ा सवाल ये है कि आतंकी यहां पहुंचे कैसे. पीर पंजाल में आतंकियों का अड्डा है, जो रियासी से करीब 150 किमी की दूरी पर है



आर्टिकल 370 हटने के बाद से आतंकियों ने जम्मू की घाटी को छोड़कर पीर पंजाल रेंज को अपना अड्डा बना लिया है



कटरा से वैष्णो मंदिर के लिए चढ़ाई शुरू होती है, जिस पर श्रद्धालु पैदल जाते हैं. कटरा से नेशनल हाईवे 144 होकर गुजरता है



नेशनल हाइवे 144 पर ही रियासी, राजौरी और आखिर में पुंछ जिला पड़ता है



राजौरी और पुंछ के बीच में ही पीर पंजाल रेंज है, जहां आतंकियों का बसेरा है



2021 से अब तक इन क्षेत्रों में 10 बार हमले किए गए हैं, जिसमें सैनिक समेत कई लोगों ने अपनी जान गंवाई है



राजौरी और पुंछ वाला हिस्सा अभी भी आतंकियों की जद में है क्योंकि पाकिस्तान और भारत के बीच लगने वाली एलओसी का करीब 200 किमी हिस्सा इस एरिया से होकर गुजरता है



इस वजह से सीमा पार बैठे आतंकियों के लिए इस रास्ते हथियार भेजना और हमला करना ज्यादा आसान होता है



मई, 2022 में भी रियासी इलाके में वैष्णो देवी मंदिर जा रही बस पर आतंकी हमला हुआ था, जिसमें 4 श्रद्धालुओं की मौत हो गई थी