अंग्रेजों से भी हजारों साल पहले एक हिंदू शासक ऐसे थे जिन्होंने पूरे हिंदुस्तान पर राज किया था. उस राजा के बारे में चार्ल्स एलन ने अपनी किताब अशोका द सर्च फॅार इंडियाज लॅास्ट एम्परर में जिक्र किया है
ये शासक सम्राट अशोक थे. वह मौर्य वंश के तीसरे शासक थे.चार्ल्स एलन ने लिखा है कि उन्हें हिंदुस्तान का संस्थापक कहा जा सकता है क्योंकि उन्होंने ही भारत को एक राष्ट्र के रूप में पिरोया.
चार्ल्स एलन का कहना है कि शायद सम्राट अशोक पहले राजा थे, जिन्होंने एक कल्याणकारी राज्य की स्थापना की थी.
सम्राट अशोक चंद्रगुप्त मौर्य के पोते थे. वह अपने दादा और चाणक्य की मदद से मगध की गद्दी पर बैठे थे.
एएल बाशम ने अपनी किताब द वंडर दैट वॅाज इंडिया में बताया है कि सम्राट अशोक के पिता बिंदुसार उन्हें पसंद नहीं करते थे
उन्हें पसंद न करने की वजह शायद यह थी कि सम्राट अशोक का कद छोटा था और वह मोटे थे. त्वचा की बीमारी की वजह से वह काफी बदसूरत भी दिखते थे
बिंदुसार अपने उत्तराधिकारियों की लिस्ट में सम्राट अशोक का नाम सबसे नीचे रखते थे. उन्होंने अशोक के बड़े भाई सुसीमा को मगध का राजा घोषित किया था
एक विद्रोह के मामले में राजकुमार सुसीमा तक्षशिला गए. इस बीच राजा बिंदुसार बहुत ज्यादा बीमार पड़ गए
मिर्गी का दौड़ा पड़ने से राजा की मृत्यु हो गई. सम्राट अशोक ने अपने भाई के वापस लौटने से पहले राजगद्दी पर हक जमा लिया