बादशाह औरंगजेब मुगल शासनकाल का छठा शासक था



‘औरंगजेब द मैन एंड द मिथ’ की लेखिका ऑड्री ट्रश्की के मुताबिक, मुगल बादशाह औरंगजेब एक अंधविश्वासी था



औरंगजेब अपने दरबार में हिंदू और मुसलमान धर्म के ज्यातिष रखते था और उनसे सलाह लेकर कम किया करता था



एक बार दक्षिण भारत में मौजूद उसके कैंप की जगह बाढ़ आ गई, जिससे निपटने के लिए औरंगजेब ने पानी में कुरान की आयतें लिखकर डलवाई थीं



औरंगजेब के सिपाही भीमसेन सक्सेना के अनुसार, ये सब करने के बाद बाढ़ का पानी कम हो गया



ट्रश्की के मुताबिक, औरंगजेब को ऐसा करने की प्रेरणा खलीफा हजरत उमर के शासनकाल में मिस्र की नील नदी की घटना से मिली होगी



मिस्र की नील नदी की धारा अच्छे से बहती रहे, इसके लिए हर साल एक सुंदर लड़की की बली दी जाती थी



इस प्रथा पर उस समय के गर्वनर अम्र बिन-अल-आस ने रोक लगा दी, जिसके बाद नदी सूख गई



खलीफा हजरत को इस बात का पता चला तो उन्होंने नील नदी नाम से एक पत्र लिखा और दोबारा बहने का आग्रह किया



ऐसा करने के बाद नील नदी में पहले से भी ज्यादा पानी आ गया और दीवार कभी नहीं सूखी. ट्रश्की ने कहा कि हो सकता है औरंगजेब ने भी इस वजह से ऐसा किया होगा