'पानीपत की तीसरी लड़ाई में मेरे 16 पूर्वजों के सिर काटे गए'- ज्योतिरादित्य सिंधिया एक इंटरव्यू के दौरान ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पानीपत की तीसरी जंग के बारे में बताया ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि पानीपत की तीसरी लड़ाई के दौरान उनके 16 पूर्वजों के सिर काट दिए गए इतना ही नहीं उन्होंने ये भी बताया कि इन सिर को बर्छे (हथियार) में डालकर मराठा सेना के सामने परेड की गई ज्योतिरादित्य सिंधिया के मुताबिक, अहमद शाह अब्दाली ने ही उनके 16 पूर्वजों के सिर काटे थे सिंधिया ने आगे बताया कि इस युद्ध में पेशवा के चिरंजीव विश्वास राव और सदाशिवराव भाऊ मारे गए इनका कहना है कि अगर युद्ध मराठा सेना जीतती तो न अहमद शाह अब्दाली देश में होता और न ही मुगल देश में होते मालूम हो कि पानीपत की तीसरी लड़ाई 14 जनवरी 1761 में लड़ी गई थी यह युद्ध अफगान आक्रमणकारी अहमद शाह अब्दाली और सदाशिराव भाऊ के बीच लड़ा गया था इस युद्ध में मराठों की हार हुई थी, जो कि इतिहास की सबसे बुरी हार में से एक है