आंध्र प्रदेश के तिरुमाला तिरुपति बालाजी मंदिर के लड्डू प्रसाद में मिलावट को लेकर विवाद शुरू हो गया है
इस बीच जानते हैं कि तिरुपति मंदिर के जीयर्स पुजारी कौन हैं और वहां का प्रसाद क्या है
तिरुमाला तिरुपति मंदिर में कुल 200 पुजारी हैं, जिनमें जीयर्स पुजारियों का समूह बहुत अहम भूमिका निभाता है. पूरे मंदिर की चाबियां वही संभालते हैं
National Geographic India के अनुसार जीयर्स पुजारी सुबह मंदिर के दरवाजे को खोलने से लेकर रात में बंद करने और विधि-विधान से पूजा करने तक की जिम्मेदारी संभालते हैं
जीयर्स पुजारी 11वीं सदी के मुख्य पुजारी श्री रामानुज के वंशज हैं. उस समय के मुख्य पुजारियों ने ही मंदिर के विधि-विधान को तय किया था
मंदिर का सबसे प्रसिद्ध प्रसाद तिरुपति लड्डू है. इंडियन स्वीट्स में इस लड्डू को जियोग्राफिकल इंडिकेशन स्टेटस भी मिल चुका है
जियोग्राफिकल इंडिकेशन स्टेटस का मतलब है कि इस लड्डू को तैयार करने का तरीका और क्वालिटी बहुत ही ज्याद अलग है
मंदिर में आने वाले श्रद्धालु 60 से ज्यादा काउंटर्स की लंबी लाइन में खड़े होकर लड्डू लेते हैं. यह लड्डू भगवान वेंकटेश के नवेद्यम यानी डेली मील का अहम हिस्सा है
लड्डू बनने के बाद लैब में उसकी टेस्टिंग भी होती है. मंदिर में भक्त जो सब्जी और नारियल चढ़ाते हैं, उसका खाना तैयार किया जाता है और भक्तों को खिलाया जाता है. तिरुपति मंदिर में एक आम दिन भी दर्शन करने वाले लोगों संख्या 60 से 80 हजार रहती है