भारत के राज्य उत्तर प्रदेश और बिहार आबादी के मामले काफी आगे हैं. सरकार ने 2020 में साल 2036 तक देश की आबादी को लेकर एक अनुमान लगाया है



अनुमानित आंकड़ों से पता चला कि अगर यूपी और बिहार दो अलग राज्य न होकर एक देश होते तो साल 2036 में आबादी के मामले में दुनिया में तीसरे नंबर पर होते



सरकार की ओर से जारी जनसंख्या आंकड़ों के मुताबिक साल 2036 तक यूपी की आबादी में 30 फीसदी बढ़ोतरी होने का अनुमान है



2011 की जनगणना के आंकड़ों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश की कुल आबादी 19.9 करोड़ थी जो साल 2036 तक 25.8 करोड़ होने का अनुमान है



बिहार की जनसंख्या में 2036 तक 42 फीसदी तक इजाफा देखा जा सकता है



बिहार की जनसंख्या 2011 में 10.4 करोड़ थी जिसके साल 2036 में 14.8 करोड़ होने का अंदाजा लगाया जा रहा है



इंटरनेट वर्ल्ड स्टेट्स के आंकड़ों के मुताबिक 2036 तक यूपी और बिहार की जनसंख्या मिलाई जाए तो ये आंकड़ा लगभग 40.6 करोड़ होगा



जनसंख्या वृद्धि का एक कारण यूपी और बिहार में हाई फर्टिलिटी रेट है. यूपी में यह 3.5 और बिहार में 3.7 फीसदी है



आंकड़ों के मुताबिक, साल 2011 से 2036 के बीच भारत की कुल आबादी में 25.7 फीसदी का इजाफा देखा जा सकता है



2036 तक दक्षिण राज्यों केरल, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु और तेलंगाना की कुल जनसंख्या में 2.9 करोड़ बढ़ोतरी का अनुमान है, जो अकेले यूपी की जनसंख्या वृद्धि का आधा है