भारत की प्राचीन तस्वीर कैसी थी ये जानना बहुत दिलचस्प होगा, चीनी यात्री फाह्यान ने भारत की यात्रा के दौरान 1600 साल पुराने भारत का जिक्र अपने लिखे में किया



दरअसल फाह्यान बौद्ध धर्म से जुड़े ग्रंथ विनय पिटक की खोज में भारत आए थे



फाह्यान ने भारत के बारे में लिखा कि मध्य भारत के लोग खेती करना जानते थे. यहां सभी लोग कही भी आने-जाने और रहने के लिए पूरी तरह स्वतंत्र थे



उस समय भारत में चंद्रगुप्त का शासन था और यहां बौद्ध धर्म के प्रभाव में मृत्यु दंड या किसी प्रकार के शारीरिक दंड पर भी रोक थी



फाह्यान के मुताबिक, 1600 साल पहले भारत के लोग पूरी तरह शाकाहारी थे



भारत में बौद्ध धर्म के लोग किसी तरह के मांस मदिरा या प्याज, लहसुन का सेवन नहीं करते थे



फाह्यान श्रीलंका के बारे में लिखते हैं कि यहां कोई मनुष्य नहीं रहता सिर्फ आत्माएं और नाग रहते हैं, हालांकि इसे एतिहासिक रुप से गलत बताया जाता है



चीनी यात्री फाह्यान ने 63 साल की उम्र में 399 ईसवी से 412 ईसवी यानी 10 साल तक भारत की यात्रा की



भारत यात्रा के दौरान इन्होंने श्रावस्ती, बोधगया, वैशाली, राजगीत, सारनाथ और बुद्ध जन्म भूमि कपिलवस्तु की यात्रा की



फाह्यान का भारत आने का उद्देश्य पाटलिपुत्र में खत्म हआ जब इन्हें बौद्ध ग्रंथ विनय पिटक मिला, लेकिन ये संस्कृत भाषा में लिखा था