भारतीय अर्थशास्त्री तन्वी गुप्ता का ऐसा कहना है कि मौजूदा समय में भारत कई क्षेत्रों में बेहतर काम कर रहा है, जो उसे चीन के बराबर आने में मदद करेंगे
तन्वी गुप्ता जैन यूबीएस सिक्योरिटीज इंडिया की मुख्य अर्थशास्त्री हैं. उन्होंने बताया कि अगले 10 सालों में भारत आर्थिक तौर पर चीन के बराबर हो जाएगा
अर्थशास्त्री तन्वी गुप्ता जैन ने बताया कि कोविड महामारी के समय चीन की आर्थिक स्थिति थोड़ी लड़खड़ा गई थी, जबकि भारत पर उतना असर नहीं दिखा
तन्वी गुप्ता का कहना है कि आने वाले समय में चीन की ज्यादातर आबादी उम्रदराज होगी, जो इकोनॉमिक ग्रोथ के लिए चिंता का कारण हो सकती है. इसके अलावा, संरचनात्मक चुनौतियां भी हैं
तन्वी जैन ने इस बात पर जोर दिया कि भारतीय युवाओं की वजह से इंफ्रास्ट्रक्चर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुधार की वजह से देश में मैन्युफेक्चरिंग क्षेत्र का विस्तार हुआ है
तन्वी जैन ने कहा कि भारत को मैन्युफेक्चरिंग क्षेत्र में सस्ती लेबर और बड़े घरेलू बाजार का फायदा मिलेगा. इससे ग्लोबल मैन्युफेक्चरिंग में देश की हिस्सेदारी अगले दस सालों में दोगुनी हो सकती है
वर्तमान की बात करें तो ग्लोबल मैन्युफेक्चरिंग में भारत की हिस्सेदारी तीन फीसदी, जबकि चीन की तीस फीसदी है. यानी भारत के मुकाबले 27 फीसदी ज्यादा
तन्वी जैन ने इस पर भी जोर दिया कि भारत को भी इंफ्रास्ट्रक्चर और लेबर से जुड़ी बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है
उन्होंने कहा कि इन सभी चुनौतियों के बाद भी भारत ग्लोबल मेन्युफैक्चरिंग में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने में कामयाब रहेगा