इस्लाम का सबसे पवित्र महीना- रमजान, शुरू होने वाला है. 11 या 12 मार्च से रमजान शुरू हो जाएंगे



मुस्लिम मानते हैं कि 1,400 साल से भी ज्यादा पहले रमजान के महीने में ही पैगंबर मुहम्मद को पवित्र किताब कुरान की पहली आयतें नजूल की गई थीं



रमजान के दौरान सूर्योदय से सूर्यास्त तक मुस्लिम रोजा रखते हैं और कुछ नहीं खाते-पीते. यह समय 12 से 18 घंटे का होता है, लेकिन टाइम ड्यूरेशन अलग-अलग देशों में अलग-अलग होता है



अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार, कुछ देशों में मुसलमान 17 से 18 घंटे का रोजा रखते हैं. उनका रोजा सबसे लंबा माना जाता है



दुनिया के सबसे उत्तरी देश जैसे, ग्रीनलैंड, आयलैंड, फिनलैंड, स्वीडन, स्कॅाटलैंड में रहने वाले मुसलमान 17 घंटे से भी ज्यादा लंबा रोजा रखते हैं



ग्रीनलैंड और आयलैंड के मुसलमानों का रोजा 18 घंटे से भी ज्यादा समय का होता है, जबकि फिनलैंड, स्वीडन और स्टॉकलैंड के मुस्लिमों के रोजे का ड्यूरेशन साढ़े 17 घंटे या ज्यादा होता है



न्यूजीलैंड, चीली, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका जैसे अन्य देश जो दुनिया के सबसे दक्षिण भाग में हैं, उन देशों के मुसलमानों के रोजे का समय सबसे कम यानी 12 घंटे का होता है



इस्लामिक कैलेंडर लूनार हिजरी के मुताबिक, हर साल रमजान 10 से 12 दिन पहले शुरु होता है



मुस्लिम सुबह सहरी या सूहूर के बाद फजर की नमाज पढ़ते हैं और फिर पूरा दिन न कुछ खाते हैं और न ही पानी पीते हैं



सुबह सूरज निकलने से पहले मुस्लिम कुछ खाते हैं. इस प्रक्रिया को सहरी कहते हैं. शाम में सूर्यास्त के बाद रोजा खोलते हैं और कुछ खा लेते हैं, जिसे इफ्तार कहा जाता है