क्या आप जानते हैं कि देश की कुल संपत्ति में 41 फीसदी हिस्सा उच्च जाति के हिंदुओं के पास है.
'वेल्थ ऑनरशिप एंड इनएक्वैलिटी इन इंडिया: ए सोशियो-रिलीजियस एनालिसिस' रिपोर्ट में यह जानकारी सामने आई.
रिपोर्ट के मुताबिक, हिंदू धर्म के उच्च जाति के लोगों के पास सबसे ज्यादा संपत्ति है. उसके बाद पिछड़ा वर्ग फिर अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति आते हैं.
सावित्रीबाई फुले यूनिवर्सिटी, JNU और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ दलित स्टडी ने साल 2015 और 2017 के बीच इसकी रिपोर्ट तैयार की.
रिपोर्ट में बताया गया है कि देश की संपत्ति का सबसे बड़ा हिस्सा जमीन और इमारतों के तौर पर है.
देश की टोटल पॉपुलेशन में से 22.28% अपर क्लास हिंदू हैं और उनके पास 41% संपत्ति है. यानी की उच्च जाति के हिंदुओं के पास संपत्ति उनकी आबादी से डबल है.
देश में एससी-एसटी की 27 फीसदी आबादी है, लेकिन संपत्ति उनकी आबादी का आधा भी नहीं है.
संपत्ति के मामले में राज्यों की बात करें तो महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, केरल, तमिलनाडु और हरियाणा सबसे अमीर राज्य हैं. इन पांचों राज्यों में देश की 50 फीसदी संपत्ति है.
पंजाब, हरियाणा, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश के 20 फीसदी परिवारों का देश की 70 फीसदी संपत्ति हिस्सा है.
एक रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि 2022-23 में सबसे ज्यादा अमीर एक फीसदी आबादी के पास देश की सबसे ज्यादा संपत्ति है.