केंद्र सरकार ने वक्फ बोर्ड के कानून में बदलाव के लिए लोकसभा में एक बिल पेश किया जिसमें बोहरा और अगाखानी मुस्लिम समुदाय के लिए अलग से औकाफ बोर्ड बनाने का भी प्रस्ताव रखा गया



इस दौरान बोहरा और अगाखानी मुसलमानों की काफी ज्यादा चर्चा हो रही है. आइए जानते हैं कौन है ये



बोहरा समुदाय के मुलसमान आम मुस्लिमों से थोड़े अलग होते हैं और इनके प्रमुख को सैयदना कहते हैं



इस समुदाय के मुसलमान ज्यादातर गुजरात, महाराष्ट्र और चेन्नई जैसे जगहों पर बसे हुए हैं



साल 2011 की जनगणना के मुताबिक, बोहरा मुसलमानों की कुल जनसंख्या 20 लाख से भी ज्यादा है और इनमें से 9 लाख के करीब गुजरात में रहते हैं



बोहरा मुसलमान व्यापार जैसे कामों से ज्यादा जुड़े होते हैं. बोहरा शिया और सुन्नी दोनों होते हैं. सुन्नी बोहरा हनफी इस्लामिक कानून को मानते हैं और दाऊदी बोहरा शियाओं से ज्यादा मिलते जुलते हैं



आगाखानी मुसलमान शिया मुस्लिम समुदाय का एक हिस्सा हैं और इनके धार्मिक रीति रिवाज काफी अलग हैं



इस समुदाय के लोग दिन में पांच बार नमाज पढ़ने के नियम को नहीं मानते हैं, क्योंकि ये इमाम जाफर अस सादिक के बेटे इस्लाम बिन जाफर के फॅालोवर हैं



आगाखानी मुस्लिम को इस्लामी, खोजा मुस्लिम और निजारी मुस्लिम के नाम से भी जाना जाता है



दुनियाभर में इनकी कुल आबादी 1 करोड़ 50 लाख हैं और ज्यादातर लोग दक्षिण एशिया, मध्य पूर्व, यूरोप, अफ्रीका, उत्तरी अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया में रहते हैं