मुस्लिम समाज सिर्फ शिया और सुन्नी ही नहीं, कई पंथों में बंटा है
मोटे तौर पर मुस्लिम समाज के सुन्नी और शिया दो समुदाय हैं. हालांकि, दोनों समुदाय भी अलग-अलग भागों में बंटे हैं, जिनमें एक भाग हनफी मुसलमानों का भी है
बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, मुस्लिम समुदाय के वो लोग जो इमाम अबू हनीफा को मानते हैं उन्हें हनफी कहा जाता है
हनफी सुन्नी मुस्लिमों का ही एक समुदाय है और यह भी दो भागों में बंटा है- देवबंदी और बरेलवी. हनफी मुस्लिमों की आबादी भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में रहती है
वैसे तो देवबंदी और बरेलवी उत्तर प्रदेश के दो जिलों देवबंद और बरेली के नाम पर रखा गया है, लेकिन इसकी असली कहानी कुछ और है
मुस्लिम समुदाय के दो धार्मिक नेता थे- मौलाना अशरफ अली थानवी और अहमद रजा खान बरेलवी
दोनों धर्म गुरुओं ने इस्लामिक कानून को अलग-अलग तरीके से बताया और दो अलग विचारधारा बन गईं
मौलाना अशरफ अली थानवी का संबंध दारुल-उलूम देवबंद से था और अहमद रजा खान बरेलवी बरेली से जुड़े थे
बरेलवी विचारधारा के लोगों का मानना है कि पैगंबर मोहम्मद हर जगह मौजूद हैं और सब कुछ देख रहे हैं
देवेबंदी इसमें विश्वास नहीं करते और अल्लाह के बाद नबी को दूसरा स्थान देते हैं