इलुमिनाती दुनिया का सबसे खतरनाक संगठन माना जाता था. जो खोजबीन में पाए दस्तावेजों के मुताबिक दुनिया को कंट्रोल करना चाहता था
एडम वाइस हाप्ट ईसाइयों के खास समूह जैसुएट्स का हिस्सा थे. वे यूरोप की सामाजिक स्थिति में परिवर्तन लाना चाहते थे. इसके लिए उन्होंने एक क्रांतिकारी गुट बनाया जिसका नाम था इलूमिनाती
1 मई 1776 को रात के अंधेरे में एडम वाइस हाप्ट और उनके चार छात्रों ने शपथ ली की वे अपने संगठन को खुफिया रखेंगे और इसका नाम इलुमिनाती रखा गया
उल्लू को संगठन का प्रतीक बनाया गया. इलुमिनाती को सीक्रेट सोसाइटी भी कहा जाता था
संगठन बनने के कुछ समय बाद ही इनकी संख्या 5 से बढ़कर 2.5 हजार हो गई. ये संगठन जासूसों की तरह काम करते थे
इलुमिनाती संगठन तीन भागों में बंटा हुआ था
पहले भाग में नए जुड़े सदस्य होते थे जिन्हें मिनरवल कहा जाता था
दूसरे भाग के लोगों का काम होता था मिनरवल के सदस्यों को इलुमिनाती के नियम, तौर तरीके बताना
तीसरा भाग सबसे ताकतवर लोगों का होता था जो संगठन की कार्यशैली निर्धारित करते थे. ये तीन भाग भी अन्य 13 लेवल्स में बंटे हुए थे
21वीं सदी में भी माना जाता है कि सीक्रेट सोसाइटी का अस्तित्व अभी भी जिंदा है