इतिहास में एक समय ऐसा आया था जब लाल किले पर भगवा झंडा फहराया गया था



इतिहासकार इंद्रजीत सावंत की कथाओं के अनुसार, लाल किले पर भगवा झंडा किसने और कब फहराया था आइए जानते हैं



इतिहासकार के मुताबिक, साल 1788 में मराठाओं ने लाल किले पर भगवा झंडा फहराया था



एक बार खलसा पंथ ने दिल्ली जीतने के लिए के लिए वहां के शासक को चुनौती दी



साल 1783 में दिल्ली के शासक आलम द्बितीय और खालसाओं के बीच तख्त को लेकर युद्ध हुआ



खलसाओं ने यह युद्ध जस्सा सिंह रामगादिया के नेतृत्व में लड़ा और जीत हासिल की



इस युद्ध में मुगल बादशाह को मराठा महादिजे शिंदे ने सुरक्षा दी थी



युद्ध के पांच साल बाद मराठाओं और मुगलों का झंडा कुछ समय के लिए लाल किले पर फहराया गया



इतिहासकार इंद्रजीत सावंत के अनुसार, मराठाओं ने भगवा झंडा दिल्ली पर अधिकार जमाने के लिए नहीं फहराया था



मराठाओं ने भगवा झंडा मुगलों से दोस्ती के प्रतीक के तौर पर फहराया था