धर्म परिवर्तन करना चाहते थे अंबडकर, पर मुस्लिम क्यों नहीं बने?

Published by: एबीपी न्यूज़ डेस्क
Image Source: PTI

डॉ भीमराव अंबेडकर का जन्म हिंदू समुदाय में हुआ था, लेकिन वह अपना धर्म परिवर्तन करना चाहते थे

Image Source: PIXABAY

बीबीसी के अनुसार भीमराव अंबेडकर ने धर्म परिवर्तन के लिए इस्लाम पर भी विचार किया था, लेकिन इसे कभी अपनाया नहीं था.

Image Source: PEXELS

रिपोर्ट में बताया गया कि भीमराव के हिसाब से इस्लाम में भी हिंदू धर्म की तरह जातियों के बीच ऊंच नीच का भेद होता है.

Image Source: PIXABAY

इलाहाबाद के गोविंद बल्लभ पंत सामाजिक विज्ञान संस्थान के प्रोफेसर बद्री नारायण ने बीबीसी को बताया कि भीमराव अंबेडकर इस्लाम धर्म की कई कुरितियों के खिलाफ थे.

Image Source: PIXABAY

उन्होंने बताया कि भीमराव दलितों के हक और जातिवाद से जुड़े मामलों में इस्लाम धर्म को हिंदू धर्म से अलग नहीं मानते थे.

Image Source: PIXABAY

बद्री नारायण ने बताया कि भीमराव अंबेडकर मानते थे कि इस्लाम में भी दलितों की दशा कोई खास अच्छी नहीं थी. इसके लिए वह दास प्रथा को काफी हद तक जिम्मेदार मानते थे.

Image Source: PIXABAY

इसके अलावा अंबेडकर इस्लाम में महिलाओं की स्थिति को लेकर चिंतित थे. वह एक से ज्यादा शादी की प्रथा के खिलाफ थे. उनका मानना था कि इस प्रथा में स्त्रियों का शोषण और दमन होता है.

Image Source: PIXABAY

दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर शम्सुल इस्लाम ने बताया कि अंबेडकर के हिसाब से इस्लाम धर्म में भी दलितों को बराबरी का हक नहीं मिल पाएगा.

Image Source: PEXELS

भीमराव अंबेडकार के अनुसार देश में इस्लाम और हिंदू धर्म के दलित जब ऊंची जाति की राजनीति से मुक्त हो जाएंगे तब ही भारत का विकास होगा.

Image Source: PEXELS