देश की सभी नदियां स्त्री हैं, सिर्फ इन दो को माना जाता है पुरुष

Published by: एबीपी लाइव डेस्क
Image Source: Representative/pixabay

भारत में बहने वाली सभी नदियों को मां की तरह पूजा जाता है, लेकिन ब्रह्मपुत्र और सोन नदी को पुरुष माना गया है, आइए जानते हैं कि इसकी वजह क्या है

Image Source: Representative/pixabay

ब्रह्मपुत्र नदी की तरह सोन नदी को भी ब्रह्मा जी का पुत्र माना जाता है. सोन नदी में मौजूद पीले रंग का बालू सोने की तरह चमकता है इसलिए इसका नाम सोन नदी पड़ गया

Image Source: Representative/pixabay

सोन नदी के बारे में गोस्वामी तुलसी दास जी ने राम चरित्र मानस में बताया है

Image Source: Representative/pixabay

सोन नदी का दूसरा नाम सोनभद्र शिला भी है. यह मध्य प्रदेश की प्रमुख नदियों में से एक है

Image Source: Representative/pixabay

एक बार गुप्त काशी सेवा ट्रस्ट के संस्थापक रवि प्रकाश चौबे ने बताया था कि मध्य प्रदेश के ऊंचे पर्वतों के बीच मौजूद तीर्थ स्थल अमर कंटक पहाड़ से सोन नदी निकलती है

Image Source: Representative/pixabay

सोन नदी का पानी मीठा, साफ सुथरा और स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है

Image Source: Representative/pixabay

सोन नदी पहाड़ से निकलकर 350 मील की दूरी तय करके उत्तर प्रदेश और झारखंड से गुजरते हुए बिहार के पटना जिले में स्थित गंगा नदी में मिल जाती है

Image Source: Representative/pixabay

सोन नदी वैसे तो शांत नदियों में से एक है, लेकिन बारिश के समय इसका विकराल रूप देखने को मिलता है

Image Source: Representative/pixabay

बिहार में स्थित डेहरी आन सोन इलाके में सोन नदी पर बांध बनाया गया. इससे 296 मील लंबी नहर निकलकर शाहाबाद, गया और पटना के करीब सात लाख जमीन की सिंचाई की जाती है

Image Source: Representative/pixabay