इस्लाम धर्म के सबसे पवित्र महीने रमजान में दुनियाभर के मुसलमान उमराह करने मक्का पहुंचे हुए हैं



आइए जानते हैं कि मुसलमान रमजान के महीने में उमराह पर जाना क्यों पसंद करते हैं



इस्लाम धर्म में कई मुसलमान मानते हैं कि रमजान के महीने में उमराह करने से बाकी महीनों के मुकाबले कई गुणा ज्यादा पुण्य मिलता है



मुसलमानों के लिए रमजान के महीने में उमराह करना हज करने के बराबर होता है. उमराह को मिनी हज भी कहा जाता है



उमराह करके लोग अपने आप को खुदा से जोड़ने की कोशिश करते हैं



मुसलमान अपने गुनाहों की माफी मांगने और खुद को पाक करने के लिए रमजान में उमराह करने को बेहद पवित्र मानते हैं



कई लोग यह भी मानते हैं कि रमजान में उमराह पर जाने से मुस्लिमों में भाईचारा और एकता बढ़ती है



उमराह में मुसलमान मक्का में मौजूद मुसलमानों की सबसे खास मस्जिद अल-हरम की यात्रा करते हैं



उमराह पर मुसलमान पूरे साल में कभी भी जा सकते हैं. ये हज की तरह इस्लाम में फर्ज नहीं है बल्कि सुन्नत है



उमराह करने के लिए तीन मुख्य प्रक्रिया की जाती है, जिसमें इहराम, तवाफ और सई शामिल हैं