सलीम ने अपने पिता अकबर के करीबी दोस्त अबुल फजल की हत्या करवा दी थी



डॉ मोहनलाल गुप्ता की किताब तीसरा मुगल जलालुद्दीन मुहम्मद अकबर में बताया गया है कि सलीम को अकबर का एक भी दोस्त पसंद नहीं था



सलीम अकबर की सत्ता पाना चाहता था और अबुल फजल की हत्या की कहानी भी इसी से जुड़ी है



सत्ता के लिए सलीम 30 हजार सैनिकों के साथ आगरा की तरफ बढ़ा. तब अकबर ने सलीम को पैगाम भिजवाया कि अगर वह अपने सैनिकों के साथ वापस प्रयाग लौट जाएगा तो उसे माफ कर दिया जाएगा



सलीम ने अपनी सेना को वापस भेज दिया, लेकिन पिता का दयालु स्वभाव देखकर उसने पिता से कहा कि वह उनकी सेवा करना चाहता है



अकबर ने सलीम को सेवा में हाजिर होने की अनुमति दे दी. सलीम को बंगाल और उड़ीसा का सुबेदार बनाकर उसे बंगाल जाने का आदेश दिया



सलीम प्रयाग गया और वहां मक्कार लोगों से घिर गया और उसने बंगाल जाने से मना कर दिया



अकबर ने इस समस्या का सामाधान निकालने के लिए अपने करीबी मित्र अबुल फजल को आगरा बुलाया



जब सलीम को इसका पता चला तो सलीम ने ओरछा के राजा वीरसिंह बुंदेला को अबुल फजल को मारने का आदेश दिया



सलीम के आदेश पर वीरसिंह बुंदेला ने अकबर के करीबी अबुल फजल को मार दिया



जब अकबर को अबुल फजल की हत्या के बारे में पता चला तो उन्होंने सलीम को पेश होने को कहा और वीरसिंह बुंदेला का कत्ल करने का आदेश दिया