भारतीय संसद भवन दिल्ली में राष्ट्रपति भवन से 750 मीटर की दूरी पर स्थित है

भारतीय संसद भवन की इमारत की संरचना को सर एडविन लुटियंस और सर हर्बर्ट ने बनाया था

भारतीय संसद भवन को उस वक्त बनाने में 83 लाख लगे थे

संसद भवन की नींव की पहली ईंट 12 फरवरी 1921 को रखी गई थी

इसका निर्माण 1921 से 1927 के बीच किया गया था

संसद भवन की गोलाकार संरचना यह दर्शाती है कि यहां सत्ता बनी रहेगी और कभी खत्म नहीं होगी

संसद की पहली मंजिल पर खासतौर पर 144 खंभे बनाए गए हैं

संसद के दोनों सदन घोड़े के पैर की संरचना पर बने हैं

भारतीय संसद में दो सदन राज्य सभा और लोक सभा हैं

राज्य सभा राज्यों की परिषद होती है और लोक सभा यानी लोगों का सदन

संसद भवन को जनवरी 1927 में शाही विधान परिषद की सीट के रूप में खोला गया था

भारत में ब्रिटिश शासन के अंत के बाद, इसे संविधान सभा ने अपने अधिकार में ले लिया

1950 में भारत का संविधान लागू होने के बाद भारतीय संसद ने इसे अपने अधिकार में ले लिया