75 साल बाद भी रेलवे के एक ट्रैक पर अंग्रेजों का है कब्जा महाराष्ट्र के अमरावती से मुर्तजापुर तक फैला है 'शकुंतला रेलवे ट्रैक' ब्रिटेन की एक प्राइवेट कंपनी के अंडर आता है ये रेलवे ट्रैक रिपोर्ट्स की मानें तो ब्रिटिश कंपनी को हर साल 1.20 करोड़ की रॉयल्टी देता है भारतीय रेलवे भारतीय रेलवे ने कई बार ट्रैक को खरीदने कोशिश की लेकिन असफल रहा अंग्रेजों ने 1903 में यवतमाल से मुंबई पोर्ट तक कपास ले जाने के लिए बनाया था ये ट्रैक ट्रैक पर चलती थी केवल शंकुतला पैसेंजर ट्रेन, हर दिन 1000 लोग करते थे सफर इस रेलवे ट्रैक पर 17 छोटे स्टेशन है, 6-7 घंटे में ट्रेन पूरा करती थी सफर 2020 से बंद है शकुंतला रेलवे ट्रैक क्योंकि 60 सालों से नहीं हुई यहां मरम्मत रेलवे ट्रैक की हालत है जर्जर, 20 किमी से ज्यादा नहीं हो सकती ट्रेन की स्पीड