भारत की आजादी की लड़ाई कई लोगों ने मिलकर लड़ी कुछ ऐसे सेनानी थे, जिन्होंने देश की आजादी के लिए... अपनी जान की बाजी लगा दी थी खुदीराम बोस को 18 साल की उम्र में फांसी पर चढ़ा दिया गया था खुदीराम का जन्म 3 दिसंबर को पश्चिम बंगाल में हुआ था स्कूल छोड़ने के बाद खुदीराम रिवोल्यूशनरी पार्टी के सदस्य बने उन्होंने वन्दे मातरम् पैफलेट बांटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई 1905 में बंगाल विभाजन के विरोध में चलाए गए आंदोलन में... उन्होंने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था खुदीराम ने ब्रिटिश साम्राज्य को ध्वस्त करने के लिए मात्र... 19 साल की उम्र में हाथ में गीता लेकर हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर चढ़कर इतिहास रच दिए थे