पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले भारत में महिला साक्षरता दर बढ़ती जा रही है

पिछले कुछ वर्षों के मुकाबले भारत में महिला साक्षरता दर बढ़ती जा रही है

ये हमारी कुछ सुपरवूमन्स के मार्गदर्शन का नतीजा है, जिन्होंने महिला शिक्षा के प्रोत्साहन का काम किया

इन महिलाओं में भारत की पहली महिला शिक्षिका सावित्रीबाई फुले का भी नाम शामिल है

एक दलित परिवार की बेटी, जो तमाम विरोध के बाद अपनी मेहनत से टीचर, कवियित्री और समाज सुधारक बनी

18वीं सदी में महिलाओं को शिक्षा का अधिकार दिलाने आगे आई और लड़कियों के लिए स्पेशल स्कूल भी बनाया

विमला कौल ने अपनेस्कूल गुलदस्ता के जरिए गरीब बच्चों को मुफ्त शिक्षा दिलाने का काम किया

इस स्कूल में गरीब बच्चों को बेहतर शिक्षा, योग और डांस की ट्रेनिंग भी दी जाती है

असम में जन्मी चंद्रप्रभा सैकियानी ने महिला शिक्षा के क्षेत्र में काफी काम किया और पर्दा प्रथा के खिलाफ आगे आईं

विज्ञान में डॉक्टरेट हासिल करने वाली पहली महिला वैज्ञानिक असीमा चटर्जी 20वीं सदी की पहली सफल ऑर्गेनिक केमिस्ट थी

इन्होंने प्राकृतिक उत्पाद और कैमिकल साइट के सेक्टर में रिसर्च वर्क करके विकास-विस्तार में मदद की

इन्होंने प्राकृतिक उत्पाद और कैमिकल साइट के सेक्टर में रिसर्च वर्क करके विकास-विस्तार में मदद की