आईपीएल हर साल नए क्रिकेटरों को चमकने का मौका देता है.

जिसमें से कुछ ऐसे भी खिलाड़ी रहे हैं. जो सिर्फ एक सीजन में अच्छा खेल दिखाकर गायब हो गए.

पॉल वाल्थाटी पंजाब के लिए 2011 में खेले थे. उन्होंने इस सीजन में 463 रन बनाए थे.

इसके बाद उनका परफॉर्मेंस गिरता गया, उन्हें 2012 में सिर्फ 6 और 2013 में 1 मैच खेलने का मौका मिला. फिर उनका करियर खत्म हो गया.

मुंबई इंडियंस के लिए 2010 में सौरभ तिवारी 419 रन बनाकर चर्चा में आ गए.

लेकिन इसके बाद उनका परफॉर्मेंस आईपीएल में गिरता गया और 2022 में उन्हें कोई भी खरीददार नहीं मिला.

कोलकाता नाइट राइडर्स के विकेटकीपर बल्लेबाज ने 2012 के फाइनल में मनविंदर बिस्ला ने 48 गेंदों में 89 रन की पारी खेलकर टीम को चैंपियन बनाया था.

लेकिन इसके बाद बिस्ला के प्रदर्शन में कमी आती गई और उनका आईपीएल करियर खत्म हो गया.

काइल मेयर्स ने 2023 में लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेले थे. उन्होंने 144.10 की स्ट्राइक रेट से 379 रन बनाए थे. इसके बाद उन्हें मौका नहीं मिला और 2025 के ऑक्शन में अनसोल्ड हो गए.

स्वप्निल असनोदकर ने 2008 में 311 रन बनाकर राजस्थान रॉयल्स को चैंपियन बनाने में अहम भूमिका निभाई थी. लेकन इसके बाद उनका परफॉर्मेंस गिरा और आईपीएल करियर खत्म हो गया.