भारत में क्रिकेट प्रमियों की कमी नहीं है

लेकिन इन्होंने शायद ही ध्यान दिया होगा कि

भारतीय खिलाड़ियों के हेलमेट पर झंडा बना होता है

लेकिन कई खिलाड़ियों के हेलमेट पर तिरंगा नहीं होता है

कई लोगों को मानना है कि इससे तिरंगे का अपमान होता है

कई लोग इसे खिलाड़ी की देश भावना से जोड़कर देखते हैं

साल 2005 में इसके इस्तेमाल पर बैन लगा दिया गया था

खिलाड़ी जिन एसेसरीज का इस्तेमाल करते हैं, उन पर तिरंगा नहीं लगाने के लिए कहा गया था

धोनी कीपिंग के वक्त हेलमेट को जमीन पर रख दिया करते हैं

इस वजह से उन्होंने 2011 वर्ल्ड कप के बाद से हेलमेट पर तिरंगा लगाना बंद कर दिया था.