क्या सिकुड़ रहा है चांद? वैज्ञानिकों के अनुसार, चांद का आकार पहले के मुकाबले कम होता जा रहा है चंद्रमा धीरे-धीरे सिकुड़ रहा है, जिससे आने वाले मिशन के लिए परेशानी खड़ी हो सकती है पिछले लाखों वर्षों में चांद ठंडा होने के कारण लगभग 150 फीट सिकुड़ गया है अपोलो अंतरिक्ष यात्रियों ने 1960 और 1970 के दशक में भूकंपीय गतिविधि को मापना शुरू किया शोधकर्ताओं के मुताबिक, ये नासा के आर्टेमिस III मिशन के लिए चिंताए पैदा कर सकता है सिकुड़न के चलते चंद्रमा की सतह छुहारे की तरह झुर्रीदार हो जाती है जब चांद पर ये प्रक्रिया होती है तब ही इस पर भूकंप आते हैं चांद पृथ्वी से लगभग 3,84,400 किलोमीटर की दूरी पर है पहले इंसान नील आर्मस्ट्रॉन्ग ने चांद की सतह पर कदम रखा था